इस पुस्तक की ३६ कविताओं में लेखिका नेमन की कलम से चाहत को स्याही बना कुछ अनमोल गीतों का सृजन किया है ।इन कविताओं में आप अपने जीवन से जुड़े अनुभवों और पलों का एहसास ज़रूर करेंगें ।चाहत के रंग मन में बसे हैं । चाहत जो सिर्फ बढ़ती है, अगर सच्चे दिल से किसी को चाहा हो । चाहत में कितनी गहराई होती है ये तो कोई किसी को चाह कर ही जाने । चाहत के कितने रूप है, शायद वो दीये की रोशनी के समान है तभी तो एक दिल की बात दूसरे दिल तक पहुँच उसके मन को रोशन कर जाती है । जिस तरह हवा का झोंका दीये की लौ को मुश्किलों में डाल देता है, उसी तरह चाहत की होती है परीक्षा । अगर होती है चाहत सच्ची, चाहें कितनी भी मुश्किलें आयें, चाहत की रोशनी कभी बूझ ना पाए । फिर उस रोशनी में खिलते हैं कितने रंग, जो कहलाते हैं चाहत के रंग । ये रंग सुनहरी धुप के साथ खिलते हैं, तारों की टीम टिमाहट के साथ आसमान की बुलंदियों तक पहुँच जाते हैं और चारों तरफ खुशियों की सौगात दे जाते हैं ।।
आओ मिलकर ज़िंदगी में भरें,चाहत के रंग
और हमेशा मुस्कुराते रहें,बनके तरंग ।। |